रोती हुई लड़की को गौर से देखो
मासूम नहीं है यह रोती हुई लड़की
जाने किस -किस को रुलाएगी हज़ारों आंसू.
विवश-सी
क्यों गले उतारे
विषघूँट-सा वासंतरण
निर्बाध बाला -सी
धीरे -से गुनगुनाएगी
कुछ और धार देगी
चितवन को , आंसुओं को , हठ को
फिर देख कर संचित मधु को मुस्कराएगी
देगी धुआँ ,उड़ाएगी गौरवान्वित मधुमक्खिओँ को
निर्बाध बाला -सी
धीरे -से गुनगुनाएगी
कुछ और धार देगी
चितवन को , आंसुओं को , हठ को
फिर देख कर संचित मधु को मुस्कराएगी
देगी धुआँ ,उड़ाएगी गौरवान्वित मधुमक्खिओँ को
और स्निग्ध हो चुटकी बजाएगी
मासूम नहीं है यह रोती हुई लड़की !
मासूम नहीं है यह रोती हुई लड़की !
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